“नेपाल में उथल-पुथल: जन-ज़ी प्रदर्शनों के दबाव में पीएम और राष्ट्रपति ने दिया इस्तीफ़ा
1,500 कैदी जेल से फरार, भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट

पूर्व पीएम झाला नाथ की पड़ती को जिंदा जलाया, युवाओं पर गोली चलाने का आदेश देने वाले डीएसपी की पीट पीटकर हत्या
संसद और राष्ट्रपति भवन में आगजनी, मंत्रियों को सेना ने हेलीकॉप्टर से निकाला
गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी किया आग के हवाले
काठमांडू : नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ भड़का जन-ज़ी आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है। राजधानी काठमांडू और अन्य शहरों में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने इस्तीफ़ा दे दिया।
सोमवार को पुलिस कार्रवाई में 19 लोगों की मौत के बाद मंगलवार को प्रदर्शन और हिंसक हो गए। पांच और लोगों की मौत हो गई। चार सौ से ज्यादा लोग घायल हैं। आंदोलनकारियों ने संसद भवन और राष्ट्रपति आवास को आग के हवाले कर दिया। मंत्रियों के घरों में भी आगजनी हुई। हालात बिगड़ने पर सेना ने हस्तक्षेप कर मंत्रियों को उनके भैसेपाटी स्थित आवासों से हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला। सेना ने कमान संभाल ली है।
प्रदर्शनकारियों ने पूर्व उप-प्रधानमंत्री रबी लामिछाने को जेल से छुड़ाया, जिसके बाद करीब 1,500 कैदी भी फरार हो गए। इसी बीच भैरहवा के गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी आग के हवाले कर दिया गया।
हिंसा फैलने के बाद भारत ने नेपाल सीमा पर सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
कैसे भड़का आंदोलन?
- सरकार ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाया।
- युवाओं ने इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हमला बताया।
- 8 सितंबर को काठमांडू में प्रदर्शन शुरू हुए।
- पुलिस कार्रवाई में 19 लोगों की मौत, सैकड़ों घायल।
- संसद, राष्ट्रपति भवन और मंत्रियों के घरों में आगजनी।
- हालात बिगड़ने पर पीएम और राष्ट्रपति ने इस्तीफ़ा दिया।