
दिल्ली |
2 अक्टूबर 2027 को विश्व एक ऐतिहासिक खगोलीय घटना का साक्षी बनेगा। यह 21वीं सदी का सबसे लंबा पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जिसकी अधिकतम अवधि 6 मिनट 23 सेकंड रहेगी। ग्रहण मुख्य रूप से मिस्र, सऊदी अरब, यमन, लीबिया और अल्जीरिया में पूर्ण रूप से दिखाई देगा।
भारत में कहां दिखेगा
भारत में यह सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से नजर आएगा।
समय: सुबह 11:15 बजे से दोपहर 2:15 बजे तक
राज्य: राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र व पंजाब
प्रभाव: सूर्य का 40–60% भाग छाया में रहेगा
वैज्ञानिकों की राय
भारतीय खगोल संस्थान के डॉ. अनुराग जोशी के अनुसार,
> “इतनी लंबी अवधि का पूर्ण सूर्य ग्रहण अत्यंत दुर्लभ है। यह अध्ययन और अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण अवसर है।
सावधानियां
बिना सोलर फिल्टर चश्मे के सूर्य न देखें
धूप के चश्मे या एक्स-रे फिल्म से देखने से बचें
टेलीस्कोप या कैमरे में सौर फिल्टर का प्रयोग करें
अगला ऐसा ग्रहण कब?
इस तरह का अगला सूर्य ग्रहण अब 25 जून 2150 को होगा — यानी यह अवसर वर्तमान पीढ़ी के लिए एकमात्र है।
ग्रहण कन्या राशि और हस्त नक्षत्र में, अमावस्या तिथि को घटित होगा।
भारत पर असर:
राजनीतिक अस्थिरता: सरकार व विपक्ष के बीच टकराव, वरिष्ठ नेताओं की सेहत पर असर।
आर्थिक उतार-चढ़ाव: शेयर बाजार में हलचल, कृषि और तकनीकी क्षेत्र प्रभावित।
प्राकृतिक आपदाएं: उत्तर भारत, महाराष्ट्र व तटीय क्षेत्रों में जलवायु असंतुलन की संभावना।
वैश्विक प्रभाव:
अरब देशों (मिस्र, सऊदी अरब, यमन) में शासन परिवर्तन या जनाक्रोश के संकेत।
यूरोप-अमेरिका में अप्रत्यक्ष रूप से तूफान या तकनीकी संकट की संभावना।
राशियों पर प्रभाव:
अधिक प्रभावित: कन्या, मिथुन, मीन – मानसिक तनाव, आर्थिक हानि।
लाभ में: वृषभ, तुला, धनु – कार्यसिद्धि, नई शुरुआत, विदेश यात्रा के योग।