पंचायत चुनाव
सड़क निर्माण की मांग पर अड़े ग्रामीणों ने किया पंचायत चुनाव का बहिष्कार डीएम ने दिया निर्माण कार्य शुरू होने का आश्वासन
उत्तरकाशी/मुखबा, 10 जुलाई : उत्तरकाशी ज़िले के प्रसिद्ध तीर्थस्थल मुखबा गांव के ग्रामीणों ने हर्षिल-मुखबा-जांगला मोटर मार्ग के निर्माण में देरी से नाराज़ होकर पंचायत चुनाव का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों ने चुनावी नामांकन प्रक्रिया में भाग न लेकर प्रशासन के प्रति असंतोष जताया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी प्रशांत आर्य वीरवार को स्वयं गांव पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत कर 28 अक्तूबर तक सड़क निर्माण कार्य शुरू होने का आश्वासन दिया।
गांव में आयोजित बैठक में डीएम ने गंगा मंदिर समिति, ग्रामीणों तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ मोटर मार्ग निर्माण की बाधाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह सड़क न केवल स्थानीय लोगों की सुविधा बढ़ाएगी, बल्कि क्षेत्र के धार्मिक, सामरिक और आर्थिक महत्व को भी बढ़ावा देगी। डीएम ने निर्देश दिए कि क्षतिपूरक वृक्षारोपण के लिए आवश्यक सीए लैंड उपलब्ध कराने की प्रक्रिया राज्य स्तर पर जल्द पूरी की जाए और सभी विभाग समन्वय बनाकर कार्य को गति दें।
आश्वासन के बाद बदला रुख
डीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने 23 अक्तूबर के बाद पंचायत चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने की सहमति जताई है। इससे पहले उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि जब तक सड़क निर्माण शुरू नहीं होता, वे चुनाव का पूर्ण बहिष्कार करेंगे।
इस दौरान बैठक में गंगा मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, सदस्य अशोक सेमवाल, गंगा सभा अध्यक्ष संदीप सेमवाल, व्यापार मंडल अध्यक्ष अनिल नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता राजेश सेमवाल समेत कई स्थानीय प्रतिनिधि मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से डीएफओ डीपी बलूनी और लोनिवि के अधिशासी अभियंता अंदीप राणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
लोकतांत्रिक दबाव से टूटी चुप्पी
मुखबा गांव के इस शांत लेकिन असरदार लोकतांत्रिक विरोध ने प्रशासन को ठोस कदम उठाने पर विवश कर दिया। अब ग्रामीणों की उम्मीदें 28 अक्तूबर से जुड़ी हैं, जब इस बहुप्रतीक्षित सड़क निर्माण की शुरुआत का वादा पूरा किया जाना है।