उत्तराखंड में मानसून कमजोर, तीन महीने बाद बारिश से राहत
औसत से कई गुना अधिक बारिश से सूबे में जगह जगह आईं आपदाएं

देहरादून: उत्तराखंड में मानसून अब कमजोर हो गया है। करीब तीन महीने बाद राज्यवासियों को भारी बारिश के रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट से राहत मिली है। मौसम विभाग ने रविवार 21 सितंबर को पहली बार ‘ग्रीन’ संकेतक जारी किया।
मानसून की शुरुआत और कुल बारिश
मानसून 18 से 20 जून के बीच सक्रिय हुआ। अब तक राज्य में कुल 1410.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जुलाई में अच्छी-खासी बारिश हुई, जबकि अगस्त और सितंबर के पहले पखवाड़े में औसत से कई गुना अधिक बारिश के कारण यमुनोत्री, धराली, थराली, बसुकेदार, पिथौरागढ़, देहरादून और नंदानगर जैसे क्षेत्रों में व्यापक आपदा हुई।
अलर्ट और हाल की स्थिति
मानसून के प्रवेश से लेकर 20 सितंबर तक लगातार 90 दिन भारी, बहुत भारी या अत्यधिक भारी बारिश के लिए यलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी रहे। पिछले 24 घंटे में राज्य के 11 जिले पूरी तरह सूखे रहे। पिथौरागढ़ के थल में 9 मिलीमीटर और बागेश्वर के सोंग में 1 मिलीमीटर बारिश हुई। बागेश्वर में सामान्य से 24% अधिक और पिथौरागढ़ में 91% कम बारिश दर्ज हुई।
भविष्य का पूर्वानुमान
भारत मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब देश के अन्य हिस्सों से विदाई ले रहा है। उत्तराखंड में फिलहाल 27 सितंबर तक मौसम सामान्य रूप से शुष्क रहेगा। हालांकि, स्थानीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा की संभावना बनी हुई है। आज रविवार 21 सितंबर की पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे तक देहरादून का तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था। इसके अधिकतम 29 डिग्री और न्यूनतम 22 डिग्री रहने की संभावना है। 22 से 28 सितंबर तक देहरादून का अधिकतम तापमान क्रमशः 29, 29, 29, 30, 31, 32, 29 डिग्री रहने का अनुमान है। इस दौरान न्यूनतम तापमान हर दिन 23 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। फिलहाल 27 सितंबर तक देहरादून में बारिश की संभावना कम है। 28 सितंबर को कहीं कहीं बारिश हो सकती है।
भविष्य का पूर्वानुमान
भारत मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून अब देश के अन्य हिस्सों से विदाई ले रहा है। उत्तराखंड में फिलहाल 27 सितंबर तक मौसम सामान्य रूप से शुष्क रहेगा। हालांकि, स्थानीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा की संभावना बनी हुई है।