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ऋषिकेश में गंगा में नहाते समय बहा पंजाब का युवक

नीलकंठ दर्शन को आए थे चार दोस्त, SDRF कर रही तलाश , गीता कुटीर के पास लापता युवक का शव मिला

ऋषिकेश, 23 जुलाई  : धार्मिक यात्रा पर ऋषिकेश आए पंजाब के चार दोस्तों की यात्रा उस समय हादसे में बदल गई, जब उनमें से एक युवक गंगा में नहाते समय तेज बहाव में बह गया। घटना मंगलवार को थाना लक्ष्मण झूला क्षेत्र अंतर्गत गोवा बीच की है, जहां फाजिल्का, पंजाब निवासी 19 वर्षीय रणवीर पुत्र राजवीर गंगा स्नान के दौरान लापता हो गया। युवक अपने तीन दोस्तों के साथ नीलकंठ मंदिर दर्शन को आया था और यात्रा से पूर्व स्नान के लिए गोवा बीच पहुंचे थे।

घटना की जानकारी मिलते ही SDRF ढालवाला की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया गया। डीप डाइवर्स की मदद से युवक की तलाश की जा रही है, लेकिन देर शाम तक उसका कोई सुराग नहीं मिल सका था।

इसी बीच, दो दिन पूर्व 22 जुलाई को गीता कुटीर के पास गंगा में डूबे पंचकूला (हिमाचल) निवासी 25 वर्षीय वीरेंद्र राजपूत का शव आज SDRF टीम द्वारा बाला वाली क्षेत्र में सर्च अभियान के दौरान बरामद कर लिया गया है। शव को कब्जे में लेकर स्थानीय पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।

हाल के महीनों में बढ़ी डूबने की घटनाएं

हाल के महीनों में ऋषिकेश क्षेत्र में गंगा स्नान के दौरान डूबने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। बीते दो महीने में ही दिल्ली, मध्यप्रदेश, हिमाचल और पंजाब से आए कई श्रद्धालु और पर्यटक गंगा की तेज धारा में बह चुके हैं। 5 जून को दिल्ली निवासी 25 वर्षीय सचिन कुमार गंगा में नहाते वक्त लापता हो गए थे, जिनकी अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। 9 जुलाई को मध्यप्रदेश की माला कुमार और उनकी बेटी गौरी राम तपस्या घाट पर बह गईं, जिनकी तलाश SDRF कर रही है। इसी तरह वीरेंद्र राजपूत का शव आज मिला है, और अब 23 जुलाई को पंजाब निवासी रणवीर गोवा बीच पर डूबा है। SDRF के मुताबिक जनवरी से अब तक करीब 20 शव गंगा से बरामद हो चुके हैं और 8 से अधिक लोगों को समय रहते बचाया गया है। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि तीर्थनगरी ऋषिकेश में गंगा स्नान के दौरान अत्यधिक सतर्कता बरतना बेहद ज़रूरी हो गया है।

प्रशासन की अपील,  चिन्हित घाटों और सुरक्षित क्षेत्रों में ही स्नान करें

प्रशासन और SDRF की ओर से तीर्थयात्रियों व पर्यटकों से अपील की गई है कि वे गंगा के अज्ञात या अनियंत्रित घाटों पर स्नान न करें। केवल चिन्हित घाटों और सुरक्षित क्षेत्रों में ही स्नान करें। नदी में अकेले न जाएं और स्थानीय चेतावनियों का सख्ती से पालन करें, विशेष रूप से बरसात और तेज बहाव के मौसम में। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि जान जोखिम में डालने की स्थिति में सख्त कार्रवाई भी की जा सकती है।

 

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