उत्तराखंड पंचायत चुनाव: पहले चरण का मतदान कल, 18 हज़ार जवानों की तैनाती
गढ़वाल मंडल के 49 ब्लॉकों में डाले जाएंगे वोट, 17 हज़ार से अधिक प्रत्याशी मैदान में

देहरादून, 23 जुलाई: उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बज चुका है। पहले चरण का मतदान 24 जुलाई गुरुवार को संपन्न होगा, जिसके तहत गढ़वाल मंडल के 49 विकासखंडों में वोटिंग होगी। राज्य निर्वाचन आयोग की निगरानी में चुनाव शांति, निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ कराए जाने की तैयारी अंतिम दौर में है।
17,829 उम्मीदवार मैदान में, मुकाबला दिलचस्प
- ग्राम पंचायत सदस्य: 2247 प्रत्याशी
- ग्राम प्रधान पद: 9731 उम्मीदवार
- क्षेत्र पंचायत सदस्य: 4980
- जिला पंचायत सदस्य: 871
बढ़ी गांवों की चहल-पहल, लौटे प्रवासी मतदाता
चुनाव को लेकर गांवों में इन दिनों खास हलचल देखने को मिल रही है। जो लोग कामकाज या नौकरी के सिलसिले में बाहर थे, वे भी मतदान के लिए अपने गांव लौट आए हैं। इससे गांवों में रौनक लौट आई है। सड़कें जीवंत हुई हैं, मोटर-वाहनों की आवाजाही भी बढ़ी है।प्रत्याशियों के समर्थकों और ग्रामीणों के बीच चुनावी चर्चा, रणनीति और मतदाताओं की आवाजाही ने माहौल को गर्म कर दिया है।
531 संवेदनशील, 533 अति-संवेदनशील बूथ
18,000+ पुलिस व अर्धसैनिक बल तैनात
सैटेलाइट फोन व वायरलेस संचार प्रणाली सक्रिय
हर जिले में 24×7 नियंत्रण कक्ष
PWD और SDRF की टीमें अलर्ट पर
बारिश से बाधाएं, पर मतदान तय समय पर
लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन ने व्यवस्थाओं को कठिन बनाया है। मतदान से एक दिन पहले ही अधिकतर पोलिंग टीमें अपने-अपने बूथों के लिए रवाना हो चुकी हैं। पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में कुछ दलों को 10 किमी तक पैदल सफर करना पड़ रहा है। भारी बारिश और मलबे के बीच भी EVM सहित चुनावी सामग्री सुरक्षित पहुंचाई जा रही है। प्रशासन ने सभी टीमों को स्थानीय पुलिस व संचार उपकरणों से लैस किया है।
आवश्यकता पड़ने पर पुनर्मतदान की तिथियां: 28 और 30 जुलाई रखी गई हैं।
दूसरा चरण और मतगणना
दूसरा चरण : 28 जुलाई (कुमाऊं मंडल)
मतगणना आरंभ : 31 जुलाई से
जन-जन की भागीदारी, लोकतंत्र की मजबूती
ग्रामीण इलाकों में पंचायत चुनाव को लेकर जबरदस्त उत्साह है। प्रत्याशी डोर-टू-डोर संपर्क में जुटे हैं और महिलाएं भी सक्रिय भूमिका में नजर आ रही हैं। पहली बार वोट डालने वाले युवा भी उत्साहित हैं। कई इलाकों में बुजुर्गों ने साफ कहा है – “इस बार सोच-समझ कर वोट देंगे, गांव की तरक्की हमारे हाथ में है।”
राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्भीक होकर मतदान करें और किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत सूचना दें।