
कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि, 5 नवंबर 2025, धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। इस दिन कई पावन पर्वों का संगम होता है। कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और गुरु नानक जयंती सभी इसी दिन पड़ रही हैं। यही कारण है कि यह दिन आस्था, प्रकाश और पुण्य का प्रतीक माना जाता है।
स्नान-दान का शुभ मुहूर्त
द्रिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा की तिथि 4 नवंबर की रात 10:36 बजे से 5 नवंबर की शाम 6:48 बजे तक रहेगी।
स्नान और दान का सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 4:52 से 5:44 बजे तक है। इसके बाद भद्रा लग रही है। गंगा या अन्य पवित्र नदियों में इस समय स्नान करना और जरूरतमंदों को दान देना विशेष रूप से शुभ है।
धार्मिक और पौराणिक महत्व
कार्तिक पूर्णिमा: इस दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार धारण किया था। स्नान और दान करने से पाप मिटते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।
देव दीपावली: मान्यता है कि देवता स्वर्गलोक से धरती पर उतरकर काशी के घाटों पर दीप जलाकर उत्सव मनाते हैं। उत्तर दिशा में दीपक जलाने से देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर प्रसन्न होते हैं।
गुरु नानक जयंती: सिख धर्म के संस्थापक, पहले गुरु गुरु नानक देव जी का जन्मदिन भी इसी दिन मनाया जाता है। इस वर्ष गुरु नानक देव जी की 556वीं जयंती है। उन्होंने समानता, प्रेम, सेवा और विनम्रता का संदेश दिया, जो आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
जब दीपमालाओं से जगमगा उठता है गंगा तट
देव दिवाली के दिन वाराणसी के गंगा तट पर हर साल लाखों की संख्या में दीये जलाए जाते हैं। शाम के समय जब अमृतवाहिनी गंगा के अर्धचंद्राकार घाटों पर अनगिनत दीप एक साथ जलते हैं तो पूरा क्षेत्र एक अलग ही आभा लिए हुए दिखाई देता है। दीपों के इस महापर्व को देखने के लिए लोग देश-विदेश से पहुंचते हैं। यहां पर पहुंचने वाला हर व्यक्ति लाखों की संख्या में एक साथ जलते दीयों को अपने कैमरे में कैद करने की कोशिश करता है। इस दिव्य नजारे को देखने के लिए लोग कई महीने पहले से ही होटल और नाव आदि की बुकिंग करा लेते हैं।
घर में शुभता लाने के लिए मिट्टी की चीजें
इस पावन दिन घर में कुछ मिट्टी की वस्तुएं लाने से सकारात्मक ऊर्जा और धन-समृद्धि आती है:
- मिट्टी का हाथी – सुख, शांति और बुद्धि का प्रतीक, घर में सुख-शांति और धन लाभ लाता है।
- मिट्टी से बना घड़ा – ईशान कोण में जल भरकर रखने से रिश्तों में मिठास बढ़ती है, नेगेटिविटी दूर होती है।
- मिट्टी का दीपक – नया दीपक जलाने से दुर्भाग्य दूर होता है और घर में अन्न व धन की कमी नहीं रहती।
- मिट्टी की मूर्तियां – देवी-देवताओं की मूर्तियों से घर में आशीर्वाद और समृद्धि आती है।
दान और पूजा
- पीली वस्तुएं, गुड़, अनाज या वस्त्र का दान करना शुभ होता है।
- तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं और परिक्रमा करते हुए भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
- घर के मंदिर, मुख्य द्वार और रसोईघर में दीपक जलाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
एक दिन, तीन पावन पर्व
5 नवंबर 2025 का दिन एक अनूठा संगम है:
कार्तिक पूर्णिमा – स्नान, दान और पुण्य कर्म का दिन।
देव दीपावली – देवताओं के आगमन और काशी घाटों पर दीपोत्सव का पर्व।
गुरु नानक जयंती – सिख धर्म के पहले गुरु के जन्मदिन का प्रकाश पर्व।
इस दिन किया गया स्नान, दान, दीपदान और पूजा आध्यात्मिक शुद्धि, धन-संपदा और परिवार की खुशहाली लाता है।