
चमोली। नंदानगर क्षेत्र में हाल ही में आई आपदा ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। शनिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रभावित गांवों के निरीक्षण के लिए पहुंचे। उन्हें सामने देखकर कई प्रभावित भावुक हो उठे और अपना दर्द साझा किया। वर्षों की मेहनत से बने घर मलबे में तब्दील हो चुके हैं, वहीं पशुधन और अपनों को खोने का दर्द लोगों के चेहरे पर साफ झलक रहा था।
मुख्यमंत्री ने कुंतारी, लगा फाली और सरपाणी गांवों का स्थलीय निरीक्षण किया तथा धुर्मा, मोख, कुंडी, बांसबारा और मोखमल्ला गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की और कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह प्रभावितों के साथ खड़ी है।
उन्होंने अधिकारियों को राहत एवं पुनर्वास कार्यों में कोताही न बरतने और विद्युत, पेयजल व सड़क संपर्क बहाल करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि अब तक 45 भवन और 15 गौशालाएं पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। 8 पशुओं की मौत हो गई है जबकि 40 लापता हैं। हेलीकॉप्टर से 12 घायलों को रेफर किया गया है, जिनमें एक को एम्स ऋषिकेश और बाकी को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
प्रशासन द्वारा प्रभावितों को राहत शिविरों में खाद्य सामग्री, आश्रय, स्वास्थ्य व अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री, स्थानीय विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।