
राजपुर रोड स्थित करोड़ों की संपत्ति पर फर्जी दस्तावेज़ों से कब्जे की कोशिश
देहरादून: करोड़ों रुपए की जमीन पर फर्जीवाड़े और आपराधिक षड्यंत्र का बड़ा मामला सामने आया है। ग़ाज़ियाबाद निवासी 75 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक राजपाल सिंह ने आरोप लगाया है कि विपक्षी पक्ष ने मृतक व्यक्ति का वारिस बनकर फर्जी दस्तावेज़ तैयार किए और करोड़ों की संपत्ति हड़पने की साज़िश रची। इस संबंध में उन्होंने एसएसपी देहरादून को शिकायती पत्र सौंपकर मुक़दमा दर्ज करने की मांग की है।
प्रार्थी राजपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने 2007 में अपनी फर्म डिमलैण्ड एसोसिएशन के माध्यम से वाराणसी निवासी रणजीत कुमार बनर्जी से राजपुर रोड, किशनपुर स्थित संपत्ति संख्या-171 खरीदी थी। इस संपत्ति पर पूर्व में रतन कौर का अवैध कब्जा था, जिसे अदालतों ने अवैध मानते हुए 2019 में हटाने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस बल की मदद से राजपाल सिंह ने कब्जा लिया और तब से वह वैध स्वामी और काबिज हैं।
आरोप है कि शामली निवासी बृजपाल पुत्र ताराचंद ने अपने बेटों और सहयोगियों के साथ मिलकर मृतक मदनलाल का फर्जी वारिस “बन्नीदास” बनकर आधार कार्ड, मृत्यु प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेज तैयार कराए। इसी आधार पर राजस्व अभिलेखों में नाम दर्ज कराने का प्रयास किया गया। प्रार्थी का कहना है कि विपक्षियों ने फर्जी पहचान और मिथ्या दस्तावेजों का उपयोग कर एसडीएम और न्यायालयों में वाद दायर किए ताकि राजपुर रोड स्थित उक्त संपत्ति पर कब्जा जमाया जा सके।
राजपाल सिंह ने एसएसपी देहरादून से अनुरोध किया है कि बृजपाल, उसके पुत्रों आशुनाथ व अन्य साथियों सतेंद्र और यशपाल सहित सभी संबंधितों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जाए ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
शिकायत में कहा गया है कि विपक्षियों का आपराधिक इतिहास रहा है और उन पर हत्या के प्रयास व अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। राजपाल सिंह ने एसएसपी से मांग की है कि सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं में मुक़दमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच की जाए।