
देहरादून। प्रदेश में आई आपदा से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारी बारिश और उसके चलते आए जल प्रलय ने कई इलाकों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। ऐसे में प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं और शिक्षण संस्थान भी आगे आकर मदद का हाथ बढ़ा रही हैं। इसी कड़ी में बंसी फाउंडेशन की कर्ताधरता एवं मायादेवी यूनिवर्सिटी की उपाध्यक्ष तृप्ति जुयाल सेमवाल ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
उन्होंने मौके पर जाकर पीड़ित परिवारों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को नजदीक से समझा। तृप्ति जुयाल सेमवाल ने जरूरतमंदों को भोजन वितरित किया और बच्चों एवं बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखते हुए उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि ऐसे मुश्किल वक्त में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह एक-दूसरे की मदद के लिए आगे आए।
उन्होंने आपदा को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि उत्तराखंड प्राकृतिक आपदाओं से जूझने वाला प्रदेश है, यहां भौगोलिक परिस्थितियों के कारण इस तरह की घटनाएं बार-बार होती रहती हैं। लेकिन इस बार जिस तरह से बारिश ने अपना प्रकोप दिखाया है, वह अत्यधिक गंभीर है। कई परिवार बेघर हुए हैं, सड़कें व पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं और लोगों की आजीविका पर भी गहरा असर पड़ा है।
तृप्ति जुयाल सेमवाल ने कहा कि प्रभावितों को त्वरित राहत और पुनर्वास उपलब्ध कराना सरकार एवं समाज की संयुक्त जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से भी संवाद किया और राहत कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि बंसी फाउंडेशन और मायादेवी यूनिवर्सिटी आगे भी हर संभव सहयोग प्रदान करती रहेगी।
उन्होंने सभी सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवियों और आम नागरिकों से अपील की कि वे आपदा प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आएं और उनके पुनर्निर्माण में सहयोग दें, ताकि प्रदेश जल्द से जल्द सामान्य स्थिति में लौट सके।