
देहरादून। नेपाल में जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में पुलिस और एसएसबी की संयुक्त गश्त बढ़ा दी गई है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर और चंपावत जिलों में अलर्ट जारी किया है। पुलिस और एसएसबी की टीमें काली नदी क्षेत्र और सीमावर्ती थानों के आसपास गश्त और तलाशी अभियान चला रही हैं। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि नेपाल में हिंसा को देखते हुए राज्य पुलिस अलर्ट मोड पर है और अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं।
इसी तरह उत्तर प्रदेश के सात जिलों—महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत—में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। महराजगंज के एसपी सौमेन्द्र मीणा ने बताया कि सोनौली बॉर्डर पर हाई अलर्ट जारी कर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। वहीं लखीमपुर खीरी के एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि एसएसबी और पुलिस संयुक्त रूप से सीमा की सुरक्षा में तैनात हैं। पीलीभीत सीमा पर गांवों में शांति बनी हुई है।
नेपाल में सोमवार को सरकार के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शनों ने उग्र रूप ले लिया। काठमांडू और आसपास के इलाकों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 19 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 500 लोग घायल हो गए। भारी दबाव के बाद सरकार ने देर रात सोशल मीडिया प्रतिबंध हटा लिया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मंगलवार को भी आंदोलन जारी रखा, जिससे कई इलाकों में नुकसान हुआ।