
देहरादून, 8 सितंबर : सोमवार तड़के हरिद्वार में मांसा देवी पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण रेलवे टनल के समीप ट्रैक पर भारी मलबा आ गया। घटना के समय देहरादून-दिल्ली जनशताब्दी और हरिद्वार की ओर से आ रही एक ट्रेन तो निकल गईं, लेकिन कुछ ही मिनट बाद ट्रैक पूरी तरह अवरुद्ध हो गया। इसके चलते देहरादून–हरिद्वार और हरिद्वार–ऋषिकेश के बीच ट्रेनों का संचालन दिनभर ठप रहा। करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद शाम 6 बजे ट्रैक से मलबा हटा लिया गया और मार्ग बहाल कर दिया गया।
स्टेशन पर खड़ी रह गई वंदेभारत
सुबह 7 बजे दून स्टेशन से आनंद विहार के लिए रवाना होने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर पूरी तरह तैयार खड़ी थी। यात्रियों को देर तक समझ ही नहीं आया कि ट्रेन क्यों नहीं चल रही। बाद में जब ट्रैक बंद होने की जानकारी दी गई तो यात्री खासे परेशान हो उठे। किसी को दिल्ली पहुंचकर आगे की मीटिंग में शामिल होना था, तो किसी को कनेक्टिंग ट्रेन पकड़नी थी।
रद्द व टर्मिनेट हुई कई ट्रेनें
वंदेभारत और डीएलएस पैसेंजर को रद्द कर दिया गया, जबकि शताब्दी और लिंक एक्सप्रेस को हरिद्वार में टर्मिनेट करके वहीं से गंतव्यों की ओर रवाना किया गया। मसूरी एक्सप्रेस और अन्य गाड़ियों की स्थिति को लेकर भी दिनभर संशय बना रहा।
यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें
लिंक एक्सप्रेस से सुबेदारगंज जाने वाले यात्री समय पर हरिद्वार तक नहीं पहुंच पाए, जिससे उनकी ट्रेन छूटने की आशंका बनी रही। कई लोगों को होटल से चेकआउट करने के बाद प्लेटफार्म पर इंतजार करना पड़ा और अंततः निजी साधनों का सहारा लेना पड़ा। रेलवे ने बसों या वैकल्पिक यातायात की कोई विशेष व्यवस्था नहीं की, जिससे परेशानी और बढ़ गई।
राहत कार्यों में जुटा प्रशासन
रेलवे और आपदा प्रबंधन की टीमें सुबह से मलबा हटाने में लगी रहीं। दून स्टेशन पर हेल्पडेस्क बनाया गया और यात्रियों को लगातार जानकारी दी जाती रही। शाम 6 बजे ट्रैक साफ होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली और ट्रेनों की आवाजाही बहाल करने की प्रक्रिया शुरू की।
ट्रेन संचालन पर असर
रद्द ट्रेनें : वंदेभारत एक्सप्रेस, डीएलएस पैसेंजर
हरिद्वार में टर्मिनेट हुईं : शताब्दी एक्सप्रेस, लिंक एक्सप्रेस
दून पहुंचीं : केवल सुबह की जनशताब्दी और नंदा देवी (कोटा) एक्सप्रेस