
देहरादून। शारदीय नवरात्र की सप्तमी तिथि पर प्रेम नगर का सनातन धर्म मंदिर मां दुर्गा की भक्ति और श्रद्धा से सराबोर हो उठा। सोमवार रात मंदिर में माता माता की चौकी का भव्य आयोजन किया गया। चौकी में गूंजते भजनों, जयकारों ने ऐसा दिव्य वातावरण बनाया कि श्रद्धालु भक्ति रस में डूबते चले गए। परंपरा के अनुसार यहां हर वर्ष चैत्र और शारदीय नवरात्र, दोनों ही नवरात्रों की सप्तमी को माता की चौकी का आयोजन होता है। इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु चौकी में पहुंचे और मां भगवती का गुणगान किया।
भजनों और डांडिया से गूंजा मंदिर परिसर
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गणेश की वंदना से हुई।
“गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया…”
“जय गणेश देवा, जय गणेश देवा, माता जाकी पार्वती पिता महादेवा…” घर में पधारो गजानंद जी मेरे घर में पधारो…
इसके बाद माता रानी की चौकी में भक्तिरस से सराबोर भजन प्रस्तुत किए गए।
“तेरी महिमा अपरंपार माता रानी…”
“चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है…”
अनीता मल्होत्रा ने माता का गुणगान किया। उन्होंने चुन्नी मैं बनाई पाई पाई जोड़ के, रख ले तू मान साडा चुन्नी ओढ़ के … भजन सुनाया। अंजलि मल्होत्रा ने बांके बिहारी जी का भी गुणगान किया। इसके अलावा सरिता ठाकुर ने ” हे मां मुझको ऐसा घर दो जिसमें तुम्हारा मंदिर हो, ज्योत जले दिन-रात तुम्हारी, तुम मंदिर के अंदर हो…”, और रीना ने “मैं तो ठाड़ी भुजा पसारे भवानी कब आओगी…”, से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। इसके बाद डांडिया का आयोजन किया गया। उपस्थित सभी संगत ने डांडिया रास किया। इसके बाद मां भगवती के पावन नवरात्र पढ़े गए।
इसके बाद मां की आरती और प्रसाद वितरण हुआ। सप्तमी के व्रत को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं को फलाहारी प्रसाद ही वितरित किया गया। प्रसाद वितरण में जतिन तलवार के साथ ही समस्त बांके बिहारी युवा मंडल ने विशेष योगदान दिया। चौकी में कांता चावला, अनीता मल्होत्रा, संगीता भाटिया, अंजलि शर्मा, अनीता मैनी, गीता साहनी ,शिवानी भाटिया, पारुल बिश्नोई, बिंदु शर्मा, अनिका शर्मा, गीता शर्मा, नीलम वाधवा, कृष्णा खन्ना के साथ ही जतिन तलवार, पुलकित मैनी, तरुण गोस्वामी, सुजल , चिराग मल्होत्रा, अभिनव शर्मा, दिव्य कोहली, रविंदर माकिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
मंदिर समिति ने बताया कि सप्तमी की चौकी का विशेष महत्व है, और हर वर्ष श्रद्धालु बड़ी संख्या में इसमें सम्मिलित होकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। भजन-कीर्तन और डांडिया के आयोजन से माहौल उल्लास और भक्ति से सराबोर रहा।