
युवाओं ने आंदोलन स्थगित किया
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण को लेकर आंदोलनरत युवाओं को आखिरकार राहत मिल गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार दोपहर करीब तीन बजे परेड ग्राउंड पहुंचकर धरना स्थल पर युवाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच कराने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने बेरोजगार युवाओं को देश और प्रदेश का भविष्य बताते हुए भरोसा दिलाया कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण की पूरी सच्चाई सामने लाने के लिए सीबीआई जांच का आदेश मौके से ही जारी किया गया है। वहीं, युवाओं की ओर से उठाई गई परीक्षा दोबारा कराने की मांग पर सीएम धामी ने कहा कि यह निर्णय आयोग द्वारा एसआईटी और आयोग की जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार लिया जाएगा। अगर किसी भी स्तर पर गड़बड़ी पाई जाती है तो परीक्षा दोबारा कराई जाएगी।
सीएम धामी ने यह भी आश्वासन दिया कि आंदोलन के दौरान जिन युवाओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमृतकाल के विकसित भारत में उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में युवाओं की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
मुख्यमंत्री के इस आश्वासन के बाद बेरोजगार युवाओं ने सामूहिक रूप से आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया। हालांकि, उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि अगर जांच प्रक्रिया में कोई लापरवाही बरती गई या दोषियों को बचाने की कोशिश हुई, तो वे फिर से आंदोलन का रुख अपनाएंगे।
धरना स्थल पर मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान युवाओं का उत्साह देखने लायक था। इस बीच एक नारा बार-बार गूंजता रहा— “झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए।”
इस तरह सीएम की घोषणा के बाद आंदोलनरत युवाओं को फिलहाल बड़ी राहत मिली है और अब सबकी निगाहें सीबीआई जांच की दिशा और परिणाम पर टिक गई हैं।