पेपर लीक कांड में खालिद मलिक गिरफ्तार, बड़ा खुलासा संभव
व्हाट्सएप से लीक हुआ था प्रश्नपत्र, हाथ से लिखकर भेजे गए थे उत्तर

- हाकम सिंह और पंकज गौड़ पहले ही गिरफ्तार, अब खालिद के पकड़े जाने से बड़ा नेटवर्क बेनकाब होने की उम्मीद
- 12 से 15 लाख रुपये में हो रही थी अभ्यर्थियों को पास कराने की डील
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की रविवार को हुई स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। फरार चल रहा आरोपी खालिद मलिक हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन भी कब्जे में ले लिया है, जिससे इस पूरे नेटवर्क से जुड़े कई राज खुलने की उम्मीद है।
इससे पहले रायपुर थाने में खालिद, उसकी बहन हिना, साबिया, असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने साबिया को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि सुमन और हिना भी हिरासत में हैं।
जांच में सामने आया कि परीक्षा के दिन सुबह 11:35 बजे खालिद की ओर से प्रश्नपत्र के तीन पन्ने असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को व्हाट्सएप पर भेजे गए थे। महज दस मिनट में सुमन ने हाथ से लिखकर उत्तर खालिद को भेज दिए। बाद में सुमन ने यह प्रश्नपत्र और उत्तर बॉबी पंवार को भी भेज दिए। पुलिस के मुताबिक, अगर समय रहते किसी अधिकृत विभाग को सूचना दी जाती तो तत्काल कार्रवाई की जा सकती थी।
पुलिस ने इससे पहले कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह और उसके साथी पंकज गौड़ को गिरफ्तार किया था। परीक्षा से एक दिन पहले ही अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए 12 से 15 लाख रुपये तक की डील की जा रही थी। हाकम पहले भी भर्ती घोटाले में आरोपी रह चुका है और फिलहाल जमानत पर बाहर था।
एसएसपी अजय सिंह ने इस हाई-प्रोफाइल केस की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। एसपी देहात जया बलोनी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस लगातार आरोपियों की लोकेशन ट्रैक कर दबिश दे रही थी। आखिरकार खालिद की गिरफ्तारी के साथ अब इस पूरे नेटवर्क के और कई राज उजागर होने की संभावना है।