खतरे के निशान से 2.15 मीटर ऊपर बह रही यमुना, दिल्ली बेहाल
आईटीओ, कश्मीरी गेट और मयूर विहार में आठ फीट तक पानी

- सचिवालय तक घुसा यमुना का पानी
- रेल-बस सेवाएं ठप, 54 ट्रेनें रद्द, 10 हजार लोग रेस्क्यू
नई दिल्ली, 4 सितंबर: यमुना का रौद्र रूप दिल्ली को डुबो रहा है। गुरुवार सुबह सात बजे नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 2.15 मीटर ऊपर पहुंच गया है। सचिवालय तक पानी घुस आया है और आईटीओ, मोनेस्ट्री मार्केट, निगम बोध घाट, यमुना बाजार, कश्मीरी गेट व मयूर विहार जैसे निचले इलाकों में कहीं एक तो कहीं आठ फीट तक पानी भर गया है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि कई घर पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं और हज़ारों लोग सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाए जा चुके हैं।
यमुना किनारे के इलाकों से अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत कार्य में जुटी हैं। कई स्कूलों व सामुदायिक भवनों को अस्थायी राहत शिविरों में बदल दिया गया है, जहां खाने-पीने और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की गई है।
रेल और बस परिचालन भी बुरी तरह प्रभावित है। उत्तर रेलवे ने पुराने लोहे के पुल से ट्रेनों का संचालन रोक दिया है। इसके चलते 138 ट्रेनों पर असर पड़ा है, जिनमें 54 ट्रेनें रद्द, 43 डायवर्ट, 20 शॉर्ट रूट पर और 21 अपने गंतव्य से पहले समाप्त कर दी गई हैं। हिमाचल, उत्तराखंड और अन्य राज्यों की कई बस सेवाएं भी रोक दी गई हैं।
हथिनीकुंड और वजीराबाद बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। अधिकारियों के अनुसार आने वाले समय में हालात और बिगड़ सकते हैं तथा रिंग रोड तक बाढ़ का पानी पहुंचने की आशंका है।
यमुना के किनारे डीडीए की कई परियोजनाएं भी डूब गई हैं। इनमें मयूर विहार नेचर पार्क शामिल है, जिसकी समयसीमा पर असर पड़ सकता है।