मलबे में फंसी बस, सिमली–ग्वालदम हाईवे बंद
कर्णप्रयाग-नैनीसैंण मार्ग 24 घंटे से ठप, गांवों का संपर्क टूटा

चमोली। लगातार भारी बारिश से पहाड़ों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जगह-जगह भूस्खलन और बोल्डर गिरने से राष्ट्रीय राजमार्ग और मोटर मार्ग बाधित हो गए हैं। इससे न केवल वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, बल्कि कई गांवों का बाजार से संपर्क भी कट गया है।
सिमली–ग्वालदम नेशनल हाईवे पर गौचर–कमेड़ा के पास भारी मलबा आने से एक बस बीच रास्ते में फंस गई। हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं। बीआरओ की टीम रास्ता खोलने में जुटी है, लेकिन लगातार पहाड़ी से पत्थर गिरने से कार्य प्रभावित हो रहा है।
इसी तरह कर्णप्रयाग–नैनीसैंण मोटर मार्ग पर भी आवाजाही पूरी तरह ठप है। कनखुल तल्ला क्षेत्र में शनिवार सुबह फिर से मलबा गिरने से मार्ग बंद हो गया। पिछले 24 घंटे से यातायात बाधित होने के कारण कपीरी पट्टी के दर्जनों गांव बाजार से कट गए हैं।
उधर, मानसून की रफ्तार थमने का फिलहाल कोई संकेत नहीं दिख रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सीएस तोमर ने बताया कि प्रदेश में बारिश का सिलसिला 15 सितंबर तक जारी रह सकता है। अगले पांच दिन कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। उन्होंने कहा कि सितंबर के अंतिम सप्ताह में मानसून की विदाई की संभावना है।