मन की बात में चमका उत्तराखंड का कीर्तिनगर
"कीर्तिनगर बना देश का कूड़ा प्रबंधन आइकॉन, PM मोदी ने की दिल खोलकर तारीफ"

टिहरी गढ़वाल, 27 जुलाई: उत्तराखंड का एक छोटा-सा नगर राष्ट्रीय मंच पर छा गया। रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टिहरी जनपद की कीर्तिनगर नगर पंचायत की स्वच्छता पहल को देश के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बताया।
पीएम मोदी ने कहा कि कीर्तिनगर जैसे छोटे कस्बे बता रहे हैं कि साफ-सफाई और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बदलाव की बुनियाद सिर्फ बड़े शहर नहीं रखते, छोटे नगर भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि कीर्तिनगर में जिस तरह से कूड़े के वैज्ञानिक निस्तारण और पुनः उपयोग की व्यवस्था की गई है, वह पूरे देश के लिए एक मॉडल बन सकता है।
कूड़ा नहीं, कीर्तिनगर में संसाधन बन रहा है कचरा
नगर पंचायत की इस पहल की शुरुआत पूर्व अध्यक्ष कैलाशी देवी जाखी के कार्यकाल में हुई, जिसे वर्तमान अध्यक्ष राकेश मोहन मैठाणी ने आगे बढ़ाया। आज कीर्तिनगर में हर वार्ड से प्रतिदिन एकत्र कूड़ा न्यूनीखाल स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड तक पहुंचाया जाता है, जहां 22 नाली भूमि पर आधुनिक मशीनों से गीले और सूखे कचरे को अलग किया जाता है।
गीले कचरे से जैविक खाद तैयार की जाती है, जो स्थानीय किसानों को बेची जाती है। वहीं सूखा कचरा कम्पोस्टर मशीन के जरिये पुनः उपयोग योग्य बनाया जाता है। यह पूरा सिस्टम अनुबंध के तहत संचालित है और इसमें चार नियमित कर्मचारी तैनात हैं।
प्रधानमंत्री की सराहना ने बढ़ाया गौरव और ज़िम्मेदारी
प्रधानमंत्री की बातों से स्थानीय प्रशासन में गर्व और उत्साह की लहर है। नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश मैठाणी ने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से मिली यह सराहना हमारे हर सफाई कर्मचारी और नगरवासी के लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और नवाचारों के साथ कीर्तिनगर को देश का स्वच्छता मॉडल बनाया जाएगा।
विधायक कंडारी और जनता ने भी जताई खुशी
देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा उनके क्षेत्र की पहल को राष्ट्रीय पहचान देना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने इसे प्रेरक क्षण बताया और कहा कि यह प्रोत्साहन स्वच्छता और पर्यावरण जैसे विषयों पर निरंतर कार्य करने की ऊर्जा देता है।
वहीं स्थानीय नागरिकों ने भी कहा कि कीर्तिनगर की यह सफलता सिर्फ एक नगर की नहीं, बल्कि हर उस छोटे कस्बे की जीत है जो बदलाव का सपना देखता है। लोगों को विश्वास है कि इससे अन्य नगर निकायों को भी प्रेरणा मिलेगी, और स्वच्छ भारत मिशन को नई गति प्राप्त होगी।
कीर्तिनगर मॉडल की 5 प्रमुख बातें:
- प्रतिदिन कूड़े का संग्रहण और ट्रेंचिंग ग्राउंड तक सुरक्षित ढुलाई
- आधुनिक मशीनों से गीला-सूखा कचरा अलग करना
- जैविक खाद तैयार कर स्थानीय किसानों को देना
- सूखे कचरे का दोबारा प्रोसेस कर पुनः उपयोग
- नगर की सफाई टीम और संचालन पूरी तरह अनुबंधित प्रणाली पर आधारित