
📰 शेयर बाजार साप्ताहिक विश्लेषण (21 जुलाई–28 जुलाई 2025): उतार-चढ़ाव भरा रहेगा हफ्ता, निवेशकों के लिए सतर्क रहने का समय
सम्पादन डेस्क | 20 जुलाई
आगामी सप्ताह (21 से 28 जुलाई 2025) के दौरान शेयर बाजार में मिला-जुला रुख देखने को मिल सकता है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, प्रमुख कंपनियों के तिमाही परिणाम और वैश्विक संकेतों के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है।
📊 वर्तमान मार्केट सेंटिमेंट:
- जुलाई महीने में अब तक FII (विदेशी संस्थागत निवेशक) ₹17,000 करोड़ से अधिक की बिकवाली कर चुके हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।
- पिछले सप्ताह Nifty 25,000 के अहम स्तर के नीचे बंद हुआ, जो तकनीकी दृष्टि से कमजोरी का संकेत है।
तकनीकी आउटलुक (21–28 जुलाई):
📈 Nifty:
- सपोर्ट ज़ोन: 24,900–24,800
- रेसिस्टेंस ज़ोन: 25,200–25,250
- यदि 24,900 के नीचे गिरावट होती है तो बाजार 24,650 तक जा सकता है। वहीं, 25,250 के ऊपर क्लोजिंग आने पर एक नई तेजी शुरू हो सकती है।
📈 Bank Nifty:
- सपोर्ट ज़ोन: 56,000–55,500
- रेसिस्टेंस ज़ोन: 56,450–57,000
- बैंकिंग शेयरों में दबाव बना रह सकता है, विशेषकर प्राइवेट बैंकों में, जबकि कुछ PSU बैंक अच्छा प्रदर्शन दिखा सकते हैं।
🗓️ इस सप्ताह के प्रमुख ट्रिगर्स:
- Reliance Industries, HDFC Bank, ICICI Bank जैसी दिग्गज कंपनियों के Q1 नतीजे — निवेशकों की नजर इन पर टिकी रहेगी।
- वैश्विक संकेत — अमेरिका के आर्थिक आंकड़े, कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव और वैश्विक बाज़ारों की चाल।
- माह के अंत की ओर डेरिवेटिव्स की एक्सपायरी — यह बाजार में अस्थिरता ला सकती है।
🎯 निवेश रणनीति:
- दीर्घकालिक निवेशक – मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों को गिरावट पर खरीदने का अवसर समझें। खासतौर पर इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटो और कुछ PSU सेक्टर पर नजर रखें।
- स्विंग ट्रेडर्स –
- Nifty में 25,250 के ऊपर ब्रेकआउट होने पर लॉन्ग पोजिशन लें।
- Bank Nifty में 55,500 के नीचे कमजोरी बनेगी; शॉर्ट करने का मौका मिल सकता है।
- रिजल्ट सीजन की चालाकी से करें ट्रेड – जिन कंपनियों के परिणाम अच्छे आने की उम्मीद हो, उन पर ध्यान दें।
सारांश तालिका:
अवधि | संभावित रुझान |
---|---|
निचला स्तर | 24,900–24,800 (Nifty), 56,000–55,500 (Bank Nifty): बाउंस संभावित |
ऊपरी स्तर | 25,200–25,250 (Nifty), 56,450–57,000 (Bank Nifty): ब्रेकआउट की स्थिति |
यह सप्ताह बाजार के लिए माप-तौल कर चलने का है। तकनीकी स्तरों पर बाजार क्रिटिकल ज़ोन में है। ऐसे में निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए और ट्रिगर्स के अनुसार अपने निवेश व ट्रेडिंग निर्णय लेने चाहिए। सही रणनीति और स्टॉक चयन के साथ यह हफ्ता भी अवसरों से भरपूर हो सकता है।