बिक गया दिल्ली का सबसे महंगा बंगला : ₹310 करोड़ में हुई रिकॉर्ड डील
जेनटैक्स मरचेंट्स ने खरीदा एपीजे अब्दुल कलाम रोड का 3,540 वर्ग गज का बंगला

इतिहास और इस साल की बड़ी डील्स भी जानें
दिल्ली के लुटियंस बंगलों में इस साल सबसे बड़ी रियल एस्टेट डील हुई है। मुंबई की कंपनी Gentex Merchants Pvt Ltd, जो लक्ष्मी मित्तल समूह से जुड़ी मानी जाती है, ने ₹310 करोड़ में एपीजे अब्दुल कलाम रोड का बंगला खरीदा। यह सौदा न केवल कीमत के लिहाज से रिकॉर्ड है, बल्कि इतिहास और प्रतिष्ठा के दृष्टिकोण से भी विशेष महत्व रखता है।
बंगले का इतिहास
यह बंगला दशकों से दिल्ली के लुटियंस जोन का प्रतिष्ठित हिस्सा रहा है। पहले यह संपत्ति यशवंतराय सिंह (राजस्थान के अलवर रियासत से संबंधित) के नाम पर थी। इस क्षेत्र के बंगले औपनिवेशिक शैली और बड़े हरे-भरे प्रांगण के लिए जाने जाते हैं। यह बंगला 3,540 वर्ग गज में फैला हुआ है। एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित होने के कारण इसका ऐतिहासिक और शाही महत्व भी है।
इस साल की बड़ी डील्स
इस साल की शुरुआत में दिल्ली की प्रॉपर्टी मार्केट में कई बड़ी डील्स हुईं। क्रिस कैपिटल के पार्टनर संजय कुकरेजा और उनकी पत्नी श्वेता शर्मा (सेंट्रल स्क्वेयर फाउंडेशन की सीईओ) ने पॉश गोल्फ लिंक इलाके में 155 करोड़ रुपए में एक प्रॉपर्टी खरीदी। इसी दौरान, ग्रुप के प्रमोटर सुशील अंशुअल की पत्नी कुसुम अंशुअल ने फिरोज शाह रोड पर अपना बंगला 241 करोड़ रुपए में बेच दिया, जिसे गुजरात की एक कंपनी, याताह एंटरप्राइजेज ने खरीदा। अक्टूबर 2024 में डीएलएफ के अध्यक्ष राजीव सिंह और उनके परिवार की कंपनी सिद्धांत रियल एस्टेट ने पृथ्वीराज रोड पर एक बड़ा बंगला 150 करोड़ में खरीदा। उसी महीने, शीला फॉर्म के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन राहुल गौतम और उनके परिवार की कंपनी रंगोली रिजॉर्ट्स ने हेली रोड पर 165 करोड़ रुपए में एक बंगला खरीदा। ये सभी डील्स इस साल दिल्ली के रियल एस्टेट मार्केट की सबसे बड़ी और चर्चा में रहने वाली सौदों में शामिल हैं।शीला फॉर्म स्लीपवेल के नाम से प्रसिद्ध है।
रियल एस्टेट मार्केट में बनाया रिकॉर्ड
बड़ी संपत्तियों के लेन-देन में प्रशासन की निगरानी और पारदर्शिता जरूरी है। स्वामित्व और रिकॉर्ड की पूरी जांच और निर्माण और उपयोग पर नियमों का पालन सुनिश्चित करना, साथ ही स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्री शुल्क का सही लेखा-जोखा जरूरी है।
इस डील ने न केवल रियल एस्टेट मार्केट में रिकॉर्ड स्थापित किया है, बल्कि यह प्रशासन और निगरानी के महत्व को भी उजागर करता है। लुटियंस बंगलों जैसी संपत्तियों में उचित नियम और पारदर्शिता सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है।