
गढ़वाल-कुमाऊं में भाजपा को बड़ा झटका, कांग्रेस को व्यापक जनसमर्थन
देहरादून। उत्तराखंड पंचायत चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के अधिकांश जनपदों में भाजपा को पीछे छोड़ दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने दावा किया है कि इन चुनाव के नतीजे भाजपा की विदाई और कांग्रेस की वापसी का संकेत हैं।
उन्होंने कहा कि देहरादून समेत राज्य के आठ जिलों में कांग्रेस के जिला पंचायत बोर्ड बनने जा रहे हैं, जबकि गढ़वाल और कुमाऊं दोनों मंडलों में पार्टी ने मजबूत स्थिति कायम की है। धस्माना ने यह भी बताया कि क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायत स्तर पर भी कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों ने बड़ी संख्या में जीत दर्ज की है, जिससे गैर-भाजपाई क्षेत्र पंचायत प्रमुखों की संख्या में इजाफा होगा।
देहरादून में कांग्रेस की बड़ी जीत
धस्माना ने बताया कि राजधानी देहरादून में पार्टी द्वारा अधिकृत 16 उम्मीदवारों में से 12 ने जीत दर्ज की है। इनमें प्रमुख नाम हैं:
- बर्नाड वात्सिल से अभिषेक सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक प्रीतम सिंह के सुपुत्र
- मंगरोली से वीरेंद्र सिंह
- राएगी से श्याम सिंह
- बायला से प्रवीण रावत
- मोहना से केशर सिंह
- लाखामंडल से अमिता वर्मा
- आरा से दिवान सिंह तोमर
- चंद्रोटी पुंडीर
- एटनबाग से पिंकी रोहिला
- केदारवाला से हेमलता आजाद
- नवाबगढ़ से संजय किशोर
- माजरी ग्रांट से सुखविंदर कौर
चमोली से भी कांग्रेस को बढ़त
चमोली जिले के नतीजों पर धस्माना ने बताया कि:
- पिलांग (गोपेश्वर) से विपिन फर्स्वाण
- सिमली से विक्रम सिंह कठैत
- देवड़खदौरा से जयप्रकाश पंवार
- कोठली से साक्षी नेगी
- मालसी से कामेश्वरी नेगी
- चौंडा से कलावती देवी ने जीत हासिल की है।
अन्य जिलों में भी कांग्रेस आगे
टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी जैसे पहाड़ी जिलों के अलावा कुमाऊं मंडल में भी कांग्रेस ने बढ़त बनाई है। धस्माना ने विश्वास जताया कि 12 में से कम से कम 8 जनपदों में कांग्रेस पार्टी जिला पंचायत का बोर्ड बनाने में सफल होगी। धस्माना ने कहा कि इन नतीजों ने यह साफ कर दिया है कि प्रदेश की जनता भाजपा की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त हो चुकी है और उन्होंने कांग्रेस को भरोसे के विकल्प के रूप में स्वीकार किया है ।