अपराधउत्तराखंड

पहले प्यार फिर शादी और मां-बाप का षड्यंत्र

कोटद्वार में नाबालिग के अपहरण और बाल विवाह के झूठे मामले का पर्दाफाश

देहरादून, 11 जुलाई : उत्तराखंड के कोटद्वार क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के कथित अपहरण और बाल विवाह के मामले ने चौंकाने वाला मोड़ ले लिया है। पौड़ी पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह मामला वास्तव में एक प्रेम प्रसंग से शुरू होकर धन उगाही की सुनियोजित साजिश में तब्दील हो गया था।

पुलिस ने इस मामले में लड़की के माता-पिता समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच में पाया गया कि लड़की और युवक आकाश पाल के बीच आपसी सहमति से प्रेम संबंध थे और लड़की अपनी मर्जी से घर से गई थी। आकाश की मां नीतू देवी स्वयं उसे कोतवाली लेकर आईं, जहां लड़की ने किसी भी तरह की जबरदस्ती या दुष्कर्म से इनकार किया।

इसके बाद लड़की के माता-पिता सुभाष और पूनम देवी ने स्वयं सहमति से बेटी की शादी आकाश से करवा दी। सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन कुछ समय बाद लड़की के माता-पिता ने आकाश की मां से 18 लाख रुपये की मांग शुरू कर दी और पैसे न मिलने पर पुलिस में झूठा केस दर्ज करा दिया।

एसएसपी लोकेश्वर सिंह के निर्देशन में गठित पुलिस टीम की जांच में जब सच्चाई सामने आई, तो चारों आरोपियों आकाश पाल, उसकी मां नीतू देवी, और लड़की के माता-पिता सुभाष व पूनम देवी को गिरफ्तार कर लिया गया। इनके खिलाफ पॉक्सो एक्ट, बाल विवाह निषेध अधिनियम, और झूठे मुकदमे के तहत मामला दर्ज किया गया है। चारों को न्यायालय में पेश कर जिला कारागार, पौड़ी भेज दिया गया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे प्रेम प्रसंग और पारिवारिक विवादों को झूठे आरोपों में न बदलें और कानून का दुरुपयोग न करें। ऐसी शिकायतों पर अब कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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