
देहरादून, 15 जुलाई : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को पर्यटन विभाग की ‘गेम चेंजर’ योजनाओं की वर्चुअल माध्यम से समीक्षा करते हुए कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन को आर्थिकी का मजबूत आधार बनाने के लिए हर जिले में इन योजनाओं का असर जमीन पर साफ दिखना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश है कि पर्यटन उत्तराखंड की आर्थिकी का इंजन बनेगा। हर जिले में योजनाओं का असर जमीन पर दिखना चाहिए। लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई तय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि Tracking, Traction Center, Homestay, अनुदान योजना जैसी योजनाओं को तेजी से लागू किया जाए ताकि इनका सीधा लाभ ग्रामीण अर्थव्यवस्था और युवाओं को मिले। उन्होंने शीतकालीन पर्यटन के प्रचार-प्रसार पर विशेष बल देते हुए कहा कि उत्तराखंड के नए पर्यटन केंद्रों को विकसित किया जाए, जिससे पर्यटक केवल चारधाम तक सीमित न रहकर सालभर प्रदेश में रुकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण पर्यटन गृह आवास योजना को मजबूत किया जाए ताकि सीमांत और ग्रामीण क्षेत्रों को पर्यटन से जोड़कर युवाओं को रोजगार के अवसर दिए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कुमाऊं क्षेत्र के लिए प्रस्तावित ‘गोल्ज्यू कॉरिडोर’ को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के लिहाज से प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण बताया और इसे प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। वहीं, रुद्रप्रयाग जिले में साहसिक पर्यटन (राफ्टिंग, ट्रैकिंग, क्लाइम्बिंग) जैसी गतिविधियों को और व्यवस्थित करने के लिए अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के मुख्य निर्देश :
✅ Tracking, Tration Center और साहसिक पर्यटन को तेजी से विकसित करें।
✅ Homestay और अनुदान योजनाओं का लाभ शीघ्र धरातल तक पहुंचे।
✅ शीतकालीन पर्यटन (Winter Tourism) का प्रचार-प्रसार और सुविधा विस्तार।
✅ नए पर्यटन स्थलों (New Tourist Destination) का विकास प्राथमिकता में।
✅ पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण पर्यटन गृह आवास योजना को मजबूत करें।
बैठक में यह सामने आया :
कई जिलों में होम-स्टे योजना में रुचि बढ़ी, लेकिन कार्य धीमा।
साहसिक पर्यटन के रूटों पर इंफ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा मानक अधूरे।
सीमांत क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं में तेजी जरूरी।
शीतकालीन पर्यटन और प्रचार-प्रसार पर अभी पर्याप्त ध्यान नहीं।
पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्व्याल ने जानकारी दी कि विभाग Tracking, Traction Center, Winter Tourism और Grant Schemes जैसी योजनाओं पर तेजी से कार्य कर रहा है। पर्यटन निदेशक विवेक चौहान ने बताया कि अगले दो वर्षों में उत्तराखंड को देश के अग्रणी पर्यटन राज्यों में लाने का रोडमैप तैयार कर लिया गया है। मुख्य सचिव एस. एस. सुंदरम ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव पर्यटन आनंद वर्द्धन ने कहा कि गोल्ज्यू कॉरिडोर और रुद्रप्रयाग में साहसिक पर्यटन जैसी योजनाओं की लगातार समीक्षा कर प्रगति सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव एस. एस. सुंदरम, प्रमुख सचिव पर्यटन आनंद वर्द्धन, सचिव पर्यटन सुन्दरम एस., पर्यटन सचिव धीर सिंह गर्व्याल, पर्यटन निदेशक विवेक चौहान, वित्त, सिंचाई, लोक निर्माण, शहरी विकास और ग्रामीण विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत और ऊधमसिंह नगर के डीएम सीडीओ और जिला पर्यटन अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े।